Tag: bhuvan bisht

चले लेखनी सदा ही ऐसी

चले लेखनी सदा ही ऐसी अंधियारा ही मिट जाये, फैला दो प्रकाश सदा तुम, कोहरा जिससे छंट जाये, सत्य पथ पर रहें अडिग हम, साहस से सदा ही डट जायें, चले लेखनी सदा ही ऐसी, अंधियारा ही मिट जाये,…. सच्ची लेखनी के प्रभाव से , सिंहासन भी हिल जाये, बिनते कूड़ा नन्हे हाथों को, बस्ता […]

मानवता के दीप जलायें

आओ हम सब मिलकर अब, मानवता के दीप जलायें, रोशन करें हम जग को अब, आओ हम दीवाली मनायें, मन का अहंकार मिटायें, खुशियां हम मिलकर फैलायें, आओ हम सब मिलकर अब, मानवता के दीप जलायें,… दीप जले चाहे माटी के, या मोम बत्ती से हो रोशन, दीया बाती तेल से सीखें, मोम पिघलकर जग […]

मां झूलादेवी

देवभूमि उत्तराखण्ड सदैव ही देवों की तपोभूमि रहा है , इस कारण यह अटूट एंव अगाध आस्था का केन्द्र भी रहा है | श्रावण मास व  नवरात्रों में मंदिरों में चहल पहल एंव भीड़ बढ जाती  है | रानीखेत के आसपास झूलादेवी, कालिका मंदिर , मनकामेश्वर मंदिर, पंचेश्वर मंदिर, शिव मंदिर आदि मंदिरों में भक्तों […]