चले लेखनी सदा ही ऐसी अंधियारा ही मिट जाये, फैला दो प्रकाश सदा तुम, कोहरा जिससे छंट जाये, सत्य पथ पर रहें अडिग हम, साहस से सदा ही डट जायें, चले लेखनी सदा ही ऐसी, अंधियारा ही मिट जाये,…. सच्ची लेखनी के प्रभाव से , सिंहासन भी हिल जाये, बिनते कूड़ा नन्हे हाथों को, बस्ता […]