सब कहते हैं, मैं सिर चढ़ी हूं, पर आप कहते हैं कि मैं आपकी परी हूं। कितनी भी बड़ी क्यों न हो जाउं पर आपके लिए तो वही जूही की कली हूं। आपका सदा बस स्टाॅप तक आना मम्मी के मना करने पर भी चाॅकलेट लाना। आत्मनिर्भर बनने का लेक्चर देकर फिर अकेले भेजने की […]
सब कहते हैं, मैं सिर चढ़ी हूं, पर आप कहते हैं कि मैं आपकी परी हूं। कितनी भी बड़ी क्यों न हो जाउं पर आपके लिए तो वही जूही की कली हूं। आपका सदा बस स्टाॅप तक आना मम्मी के मना करने पर भी चाॅकलेट लाना। आत्मनिर्भर बनने का लेक्चर देकर फिर अकेले भेजने की […]
लाजिमी है जीना उसका हमारे लिए, नायाब है ; खि़ताब है| सुंदर पंखुडियों से सजा गुलाब है ; जो सज़ा कितनी भी सहन कर ले हमारी सौ खताओं के लिए, विश्व में हे पिता न तेरा कोई जवाब है।। अमावस में जब गलियों में निकलता, बिन मेहताब रहता मैं ठिठुरता। इंतजार रहता कि कोई प्यार […]
छोटी सी मुश्किल आने पर भी, मैं रो जाती हूँ। उन मुश्किलों से बचने को, डरकर छुप जाती हूँ, उन मुश्किलों का सामना कर, मेरे पिता ने मुझे बचाया है, बिना डरे, मुसीबतों से लड़ना, मेरे पिता ने मुझे सिखाया है।। धन से श्रेष्ठ कुछ नहीं, मैं हमेशा समाज से सुनती हूँ, धन ही सब […]
प्यारे पापा, प्यारे पापा, तुम हो जग से न्यारे पापा। मुझे सिखाया चलना तुमने और सिखाया पढ़ना, अगर गलती हो जाए मुझसे, हंसकर माफ कर देते पापा। मेरी खुशी का ध्यान रखते, हर इच्छा वो पूरी करते, अगर मैं रूठ जाउं तो, मुझे मना लेते हैं पापा। मुझे चोट लग जाए तो खुद बच्चों से […]
जब मैं था एक छोटा बच्चा, अक्ल नहीं थी मुझमें आई। तब वो बने मेरा सहारा, मेरे पिता, मेरी परछाईं। उन्हीं ने शब्द ज्ञान सिखाया, उन्हीं ने सही राह दिखाई। हर मुश्किल में मेरे साथ रहे, मेरे पिता, मेरी परछाईं। अपने सपने त्याग कर, मुझमें सपनों की आस जगाई। हर सपना साकार किया, मेरे पिता, […]
मुश्किल राहों को भी जो सरल बनाता है, खता होने पर भी जो गले लगाकर समझाता है। सबका साथ छोड़ने पर भी जो साथ खड़ा रहता है, ऐसा दुनिया में कोई और नहीं सिर्फ पिता है। आंख खुलते ही जो थाम लेता है हमारा हाथ, जिंदगी भर जो निभाता है हमारा साथ। बचपन से ही […]
मेरा अस्तित्व क्या है बस, मैं धूल पिता के पांव की। पिता ही पवित्र वंदन है जैसे माटी मेरे गांव की। पिता ही मेरे जीवन दर्शन, पिता ही स्वाभिमान हैं, पिता ही मेरी धरती माता, पिता ही आसमान हैं। पिता की बातें तीखी धूप और पिता की बातें छांव भी। मेरा अस्तित्व क्या है बस, […]
प्रेम का सागर ले आते, फिर चाहे कुछ न कह पाते पिता, दुख के हर कोने में पड़े, वो रहते पिता, पूजे जाते शिव सदा और पी रहे विष पिता। पिता एक उम्मीद है, एक भविष्य की आस है। परिवार की हिम्मत और विश्वास है। बाहर से सख्त अंदर से नर्म है, उसके दिल में […]
पिता संसार में सबसे प्यारा है, उनका काम करने का अंदाज निराला है। फिर प्यार हो या व्यापार हो वो सब में आला है। उसका सबको साथ लेकर चलने का ढंग निराला है। उनका काम करने का अंदाज निराला है। पिता अपने दुखों को पीकर हम पे प्यार लुटाने वाला है। जेब खाली हो फिर […]
जिंदगी की राह में, दिखी मुझे भी एक परछाईं , जो लड़ी इस दुनिया से , पल-पल मुड़ती राहों में , कभी लड़ती दिखती वो मुझको , किसी की हिमायत में , तो कभी मुहाफिज बन कर , बचाया मुझे इन कठिनाइयों में , कभी बादल सी चादर ओढ़ाकर , ले जाती मुझे आसमानों में […]