-गीता उप्रेती, कपकोट(बागेश्वर) द्वंद चल रहा है मन में, आखिर रावण की क्या गलती थी? उसने तो केवल वही किया, जो एक बहना कि विनती थी। राम को मिला वनवास, मात-पिता की आज्ञा थी। संग गए लक्ष्मण और सीता, तो लंका कैसे दोषी थी? रावण की बहिन थी सूर्पनखा, करता था उससे स्नेह अथाह। जब […]