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वरिष्ठ कवयित्री आशा वाजपेयी की पुस्तक काव्य सुधा का विमोचन

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन  इकपर्णिका लाइब्रेरी एवं हरफनमौला साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजन हल्द्वानी। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में इकपर्णिका लाइब्रेरी एवं हरफनमौला साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को कवि सम्मेलन का […]

नित नूतन रश्मि संग सजकर

-आशा बाजपेयी ‘संभवी’ उधमसिंह नगर व्याख्या पढने आता है । नित नूतन रश्मि संग सजकर दिनकर कुछ कहने आता है। उच्च लहर लहराए तिरंगा यह कर्त्तव्य बताने आता है स्वाभिमान की खातिर ही जो रक्त भाल तिलक सजाता है नई आख्याएँ अमिट ओज की सपने उनके ही तब बुन पाते हैं उन सिंह वीरों की […]

खुश रहे ‘पाहूना’

-आशा बाजपेयी ‘संभवी’ समय बहुत ही बलवान है । चलते रहता ही इसकी नियती है । साथ ही साथ यह हमें भी सदैव कार्यरत रहने की सीख देता है । प्रभु की लीला भी अपरम्पार है। उसने मनुष्य को सदैव सद्‌मार्ग पर रहने के लिए प्राकृतिक उपादानों का उपहार दिया है ताकि उनसे शिक्षा ग्रहण […]

नियति और जिंदगी

-आशा बाजपेयी ‘संभवी’ अचानक आज सुमन को अपने घर में देख कर मन बहुत प्रसन्न हो उठा, वह पहले वाली चुलबुली बिंदास सुमन फिर से लौट आई थी उसके चेहरे पर छाई खुशी देखकर मन गदगद हो गया ,वह मिलते ही गले लग गई l बोली -“बिमला कैसी है?” “आंटी से पता चला कि तुम […]

हर भाषा से प्यारी हिंदी

-आशा बाजपेयी ‘संभवी’, रूद्रपुर हर भाषा से प्यारी हिंदी देश की राज दुलारी हिंदी मस्तक की आभा है हिंदी बिमदी बनकर चमके हिंदी माँ का तो अरमान है ये ममता की पहचान है ये है जन्म के साथ हमारे हिंदी मातृभाषा कहलाती हिंदी हर भाषा से प्यारी हिन्दी देश की राज दुलारी हिंदी

बड़ा हंसी ख्वाब है

बड़ हंसी ख्वाब है धरती और गगन का| सुना है गहन प्रेम है दोनों के बीच का | धरा तडप रही यहाँ, गगन निभा रहा वहाँ | फासलों से कब कहाँ, बदला प्रेमी है यहाँ | धैर्य सी तू रूपसी, नभ विशाल है बड़ा | भू के प्रेमजाल में, अम्बर डूबता चला | बेचैनी देख […]

शब्द

शब्द बना भावों का माघ्यम अर्थ घनेरे होते हरदम शब्दों की है अपनी महिमा और रूप निखरता चंदा सम इतिहास सदा ये रचते हरदम बीती बातें कहते संग हम अपने रूप को कभी न खोते इनके अर्थों में है इतना दम पर कुछ शब्द मन घायल करते बस दिल तोडे़ करे आँखें नम शब्दों का […]