-अजय आर्या, लालकुआं ना जाने क्या बात है तुम्हारे चेहरे पर सामने आती है तो सारे गम भुला देता हूँ कुछ तो जादू है तुझ में जो दूर होने पर भी तुम्हारे ही ख्यालों में रहता हूँ मेरे चेहरे की मुस्कान भी तुम हो मेरे दिल की अरमान भी तुम हो तुम ही हो हर […]
-अजय आर्या, लालकुआं ना जाने क्या बात है तुम्हारे चेहरे पर सामने आती है तो सारे गम भुला देता हूँ कुछ तो जादू है तुझ में जो दूर होने पर भी तुम्हारे ही ख्यालों में रहता हूँ मेरे चेहरे की मुस्कान भी तुम हो मेरे दिल की अरमान भी तुम हो तुम ही हो हर […]
तपती धूप ना देखी जिसने देखी ना बारिश की बौछार, ले उठा कंधे पर उसने जिम्मेदारी परिवार का भार। हो ना सके उन जैसा कोई कर दिए अपनी इच्छाएं कुर्बान, बोले बिना समझे जो कोई पापा हैं ऐसे इन्सान। है अगर जन्मदाता माता बनाती तन मन से घर संसार, पहचान दिलाते वह हैं पापा अदभुत […]