आ गया फाग | छिड़ गया राग || गोरी की बदली चाल | जब हुए गाल लाल || उढ़ गयी चदरिया | बेरिन बीच बजरिया || जो गिर गया गुलाल | अंग-अंग हुआ बेहाल || छेड़ रही बंसती तान | भंग में फसी जान || आ गया फाग | छिड़ गया राग || बच्चा – […]
आ गया फाग | छिड़ गया राग || गोरी की बदली चाल | जब हुए गाल लाल || उढ़ गयी चदरिया | बेरिन बीच बजरिया || जो गिर गया गुलाल | अंग-अंग हुआ बेहाल || छेड़ रही बंसती तान | भंग में फसी जान || आ गया फाग | छिड़ गया राग || बच्चा – […]
गम के ये पहाड़ से दिन भी बीत जायेंगे रख भरोसा उस रब पे तू हमेशा ईद-दिवाली वाले दिन फिर लौटकर आयेंगे || भूलकर गम सारे हम फिर मुस्करायेंगे एक न एक दिन तो खत्म होगी काली निशा फिरेंगे पतझड़ वाले दिन तो महकती बसंत लायेंगे || बहते अश्क आंखों से रूक जायेंगे गर्द गहरी […]