मनुष्य है, ईमान कर खुदा भी है, खुदा से डर सच्चाई की तू राह पर, सदैव चल, सदैव चल आंधी से भी तेज चल, पहाड़ों को भी चीर कर। कर्म कर, तू कर्म कर मनुष्य है ईमान कर………। डर न, थम न, रूक न तू, झूठ के आगे झुक न तू पथ पर आने वाली […]
मनुष्य है, ईमान कर खुदा भी है, खुदा से डर सच्चाई की तू राह पर, सदैव चल, सदैव चल आंधी से भी तेज चल, पहाड़ों को भी चीर कर। कर्म कर, तू कर्म कर मनुष्य है ईमान कर………। डर न, थम न, रूक न तू, झूठ के आगे झुक न तू पथ पर आने वाली […]