-कोमल भट्ट
कोमल है,
कमज़ोर नहीं तू,
शक्ति का नाम ही नारी है…
जीवन जग को देने वाली ,
मौत भी तुझसे हारी है |
माना की मर्द ने किया बहुत कुछ
पर तुझसे ही तो सब कुछ पाया है,
जग- जननी का रूप है तू
तू ही तो भगवान का साया है|
कल्याणी है तू , यह क्यों भुलाया जाता है,
समाज क्या कहेगा ,
इस डर से बचपन से चुप कराया जाता है |
शक्ति तू , सशक्त तू , त्याग की तू मूरत है,
धरती माँ का दर्जा तुझको,
इतनी भोली तेरी सूरत है |
पर अपनी इस भोली सूरत का, फायदा न समाज़ को उठाने दें|
अपनी शमता स्वयं पहचान तू ,
अपने तेज को बाहर अाने दें |
कोमल है
कमजोर नहीं तू ,
शक्ति का नाम ही नारी है….
जीवन जग को देने वाली,
मौत भी तुझसे हारी है |
October 11, 2022
Bhut badiya isi tarah Shemford ka nam ucha karte raho
October 27, 2022
Maza aa gaya
Girl empowerment ko show karte hain ye poem