-नीरज मिश्रा, चमोली
हम सबकी पहचान है हिन्दी,
होठों की मुस्कान है हिन्दी ।
हम सबकी यह मीठी बोली,
पूरा हिन्दुस्तान है हिन्दी ॥
बांग्लादेश, नेपाल बोलता,
भारत की पहचान है हिन्दी ।
यमन, चीन, जापान बोलता,
अपनी तो मेहमान है हिन्दी ॥
नानक, कबीर, तुलसी की वाणी,
रहीम की जुबान है हिन्दी ।
गीत, कथा, कहानी, कविता,
साहित्य जगत की आन है हिन्दी ॥
भारत की यह अपनी भाषा,
गीता और कुरान है हिन्दी ।
हिन्दू -मुस्लिम- सिक्ख -ईसाई,
हम सबकी तो जान है हिन्दी ॥
हम सबकी यह मीठी बोली,
पूरा हिन्दुस्तान है हिन्दी ॥