-अंजलि, भवाली
पापा आपको खोने का गम
हमेशा रहेगा।
चाहे हमने कितना भी किया,
आपके लिए।
पर हमने कुछ नहीं किया,
ये एहसास हमेशा रहेगा।
डूबती आपकी सासो को
वापस ना ला सकी मैं
ये एहसास हमेशा रहेगा।
खुद मोत के मुंह में थे पापा।
और परवाह मेरी थीं आपको
मेरे लाख पुकारने से भी।
ना वापस आओगे अब
ये एहसास हमेशा रहेगा।
यूं बिलखते छोड़ गये पापा
आपका वो अन्त समय ,
तोतला कर बोलना।
भजन सुनने की ज़िद करना
ये एहसास हमेशा रहेगा।
पापा-पापा करके कहा ढुडू
आपको।
अपने जन्मदिन वाले दिन
आपके फोनकोल का इन्तजार,
हमेशा रहेगा।
कोन सा तारा बन गयें पापा,
इन अनगिनत तारों के बिच।
कहा ढूडू आपको पापा।
जगमगाते हुऐ तारों के बिच
कब चमकोगे पापा यह
इन्तजार हमेशा रहेगा।
April 06, 2023
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