September 19, 2020 0Comment

खग गीत गूंजे आकाश

-उर्वशी भट्ट,  बसंत विहार हल्द्वानी

सुबह सलोनी आज की,
रवि किरण अलग है आज।
पवन पसारे पंख उड़े,
खग गीत गूंजे आकाश।।

पत्र सुर सम सारंगी ,
प्रेम सुगंध साजे संसार।
बाल हिय हासैं लगे,
है चित प्रफुल्लित आज।।

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gtripathi

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