– निधि गड़कोटी, चम्पावत
हम सब भारतीयों की पहचान है,हिंदी…
हम सबका अभिमान है,हिंदी….
हिंदी से ही हमारी शान है,
ये ही हिन्दुस्तानियों की आन है,
सीख ले चाहे कोई भी भाषा…
पर कहा इसे भूला पाएंगे….
भूल जाए अगर इसको,तो खाक हिन्दुस्तानी कहलाएंगे…
हो चाहे अलग-२ रंग रूप,या हो चाहे अलग -२ विचार …..
पर हिंदी बोली ही है,हम सब की पहचान……
चले जाए चाहे देश-विदेश,या घूमे चाहे अलग -अलग देश…
पर जिससे हमारी पहचान है,वो हिंदी भाषा महान है….
हो चाहे अगर कोई साक्षात्कार ,या हो कोई संवाद।
बिना हिचकिचाहट के साथ ,बोले हिंदी भाषा महान।।
तभी हिन्दुस्तानी होने का फर्ज हम निभाएंगे…
तभी हिंदी भाषा का गौरव हम बढ़ाएंगे…..
चले जाए चाहे देश – विदेश, या नौकरी करे अलग – अलग देश….
सभी देशों में जाकर हम, हिंदी भाषा का परचम लहरायेंगे…….
जय हिन्द,जय भारत