August 21, 2021 3Comments

भैया! तुमको बुला रही हूं, नेह का नाता निभा रही हूं


रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन का आयोजन

हरफनमौला साहित्यिक संस्था की ओर से रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में गंगू ढाबा मैरिज लॉन में विराट कवि सम्मेलनका आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष आनंद दरम्वाल, आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जेएस खुराना, भारत विकास परिषद के रीजनल सचिव भगवान सहाय, रोटी बैंक के अध्यक्ष तरूण सक्सेना, प्रशांत भोजक ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

इस दौरान कवयित्रियों ने सभी अतिथियों को राखी बांधकर उनका स्वागत किया।
कवि सम्मेलन में डॉ नवीन चंद्र जोशी ने कहा-मझधार में छोड़ गनी भाग गए, अफगानिस्तान में शैतान फिर आ गए। हास्य कवि वेद प्रकाश अंकुर ने सुनाया-जब गरीबों का दिवाला निकाला जाएगा, तो भला कैसे उनके मुंह में निवाला जाएगा। पुष्पलता जोशी ने कहा-याद दिलाता है बहनों को, राखी का पावन त्योहार, है अटूट बंधन यह देखो, अनुपम भाई बहन का प्यार। डॉ. गीता मिश्रा गीत ने सुनाया-भैया! तुमको बुला रही हूं, नेह का नाता निभा रही हूं। मोहनचंद्र जोशी ने कहा-डबडबाई आंखों का, भर आया स्वभाव, बहन मेरी बांधेगी राखी, खले एक दूजे का अभाव। पूरन भट्ट ने कहा-अब तो न खतो, खैरियत और न ही कभी दुआ सलाम है। रमेश चंद्र द्विवेदी ने कहा-भौंकते कुत्ते बहुत हैं, नजर रखनी चाहिए। विद्या महतोलिया ने सुनाया-वौ मैखाने से प्यार का इजहार करते हैं। सौम्या दुआ ने सुनाया-भाई को बांधती हैं बहनें जो राखियां, दिल से देती है लख-लख बधाइयां। हंसी जोशी ने सुनाया-नारी हूं मैं, नारी हूं। आशिक ने कहा-इस जमाने से लड़ना पड़ेगा हमें। सितारगंज से आए रितेश जिंदल ने सुनाया-किसी ने माई, किसी ने बाप, किसी ने दोस्त माना है। मैंने कृष्ण को ही, अपना भाई माना है। आकाश प्रभाकर, ममता परगाई, बिपाशा पौड़ियाल ने भी कविता पाठ किया। संचालन हास्य कवि गौरव त्रिपाठी ने किया।

Social Share

gtripathi

3 comments

  1. सार्थक पहल व कुशल संचालन के लिए बधाई ।

    Reply
  2. सफल आयोजन की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं

    Reply
  3. बहुत सुंदर राखी पर्व पर सुंदर आयोजन हरफनमौला संस्था अध्यक्ष एवं संस्थापक सम्मानीय गौरव त्रिपाठी जी अनंत बधाइयां शुभकामनाएं
    पुष्प लता पुष्पांजलि

    Reply

Write a Reply or Comment