July 30, 2023 4Comments

धरती में तपन, आसमां में तूफान सा क्यों है…


उत्तराखंड वानिकी अनुसंधान केंद्र में कवि सम्मेलन का आयोजन
हरफनमौला समाचार, हल्द्वानी। उत्तराखंड वानिकी अनुसंधान केंद्र एवं हरफनमौला साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें कवियों ने अपनी रचनाओं से जहां प्रकृति के प्रेम उजागर किया वहीं जंगल कटने से आ रही आपदाओं पर चिंता भी व्यक्त की।


कवि सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट और विशिष्ट अतिथि आर्मी डिफेंस एकेडमी के डायरेक्टर शेर प्रताप सिंह ने मां सरस्वती एवं गौतम बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रकृति को बचाने में साहित्य ने हमेशा से अहम भूमिका निभाई है। कविताओं के माध्यम से ही हमारे अंदर प्रकृति के प्रति प्रेम बढ़ता है। युवा कवि ललित भट्ट ने सुनाया-धरती में तपन, आसमां में तूफान सा क्यों है, फैला रहा है कूड़ा इंसान, हैवान सा क्यों है। सलामत इसलिए है सरहदें सैनिक खड़ा वरना, यूं जान देकर के हिफाजत कौन करता है।

हर्षिता जोशी ने कहा-एक चित्रकार की चित्रकारी थी, ये प्रकृति बहुत प्यारी थी। शेर प्रताप सिंह ने सुनाया-यादों की बारात में ये बात रह गई, मेरे दिल के घर में बसी तेरी याद रह गई। डॉ. गीता मिश्रा गीत ने कहा-करो आराधना प्रभु की, जगत को जो चलाते हैं, हरो दुष्कर्म से हर पल, भ्रमित कर वो छलाते हैं। इंद्रा तिवारी इंदू ने कहा-तन फूलों सा कोमल है, बेटियां होती हैं जिस घर, वो जन्नत कहलाती है। डॉ. अंकिता चांदना ने सुनाया-जिंदगी के पन्नों को जब पलटने चले हम, बचपन से वृद्धावस्था का समय तय कर दिया कब। हिमांशु पाठक ने कहा-सौंधी-सौंधी खुशबू मिलने को आती है, यूं लगता है अपने वतन की मिट्टी बुलाती है। मनीष पंत ने कहा-घनी काली फिजाओं ने भले बागों को घेरा है। इसके अलावा संजय परगाई, लक्षिता जोशी, तनुजा नयाल, करन आर्या, कमल सिंह, मंजू सिजवाली, पूरन भट्ट, दिया आर्या, अरूण कुमार शुक्ल ने भी कविता पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन हास्य कवि गौरव त्रिपाठी ने किया।

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gtripathi

4 comments

  1. सुन्दर आयोजन के लिए बधाई

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  2. वाह, उम्मीद है आयोजन उत्कृष्ट रहा होगा।

    सफल आयोजन की सभी को शुभकामनाएँ

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  3. आपकी संस्था ने हमेशा की तरह इस बार भी काव्य की सुंदर गंगा बहाई है ,आपकी संस्था को सैल्यूट

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  4. बहुत सुन्दर आयोजन

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