-अंजलि, हल्द्वानी
माँ तेरी एक एक हँसी से में भी खुश होती हूँ ।
तू रोती है तो मैं भी रोती हूँ ।
तू कितनी प्यारी है माँ कब तू अपने हाथों में पकड़े मुझे ये सोच कर खुश होती हूँ ।
माँ तेरी एक एक हँसी से में भी खुश होती हूँ ।
तू भी तो मेरी एक हलचल से मुस्कुराती है ।
फिर क्यू माँ कुछ लोग मुझे इस दुनिया में आने से रोक देते हैं ।
माँ क्यू लोग तेरे और मेरे सपने तोड़ देते हैं ।
माँ तेरी एक एक हँसी से में भी खुश होती हूँ ।
तू रोती है तो मैं भी रोती हूँ
बेटी हूँ तो क्या हुआ माॅ नाम तेरा रोशन करूगी मैं ।
बेटे से कम नहीं मैं भी सबको बताऊगी मैं ।
जो कोई माँ को दर्द देकर बेटियों को मार देते है माँ उनको शबक सिखाउगी मैं जो तूने सपने देखे हैं माॅ ।
मैं पूरा उनको करूगी माॅ मुझसे वादा करो तुम हार नहीं मानोगी ।
जब तक में इस दुनिया में आ ना जाऊँ तुम ध्यान अपना रखोगी और मुझे सुरक्षित इस दुनिया में ले आऊगी तुम
माँ तेरी एक एक हँसी से में भी खुश होती हूँ ।
तू रोती है तो मैं भी रोती हूँ ।
September 28, 2020
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