Category: कविता

पापा का वो लोरी सुनाना

-अंजलि, भवाली याद बहुत आता है पापा का, मुझे गोद में उठाना। पापा का वो उंगूली पकड़कर मुझे चलना सिखाना। मेरे गिरने से भी उन्हे दर्द, होता हैं पर ये ना जताना। शाम को मेरे लिए वो खट्टी, टोफीया लाना। याद बहुत आता है पापा का, मुझे गोद में उठाना। पापा का वो थक के […]

अपना बनाना चाहता हूं

-नीरज मिश्रा मै भी बिज़ी होना चाहता हूं। दिल में बहुत कुछ है सब बताना चाहता हूं। मै भी किसी के लिए बहुत खास होना चाहता हूं। मै भी किसी की ख्वाहिश बनना चाहता हूं। हा मै भी किसी को अपना बनाना चाहता हूं।।2।। मै भी किसी के सपनो में आना चाहता हूं। मै भी […]

गीतिका

-डॉ० श्रीमती गीता मिश्रा ‘गीत’, हल्द्वानी  बात जब भी करें,मन परस्पर मिले। आस की नव सुनहरी किरन तो मिले।। रातभर जब कठिन श्रम किया चाँद ने। पूर्णिमा चाँदनी की छटा तो मिले।। नील नभ में उमड़ घिर रही हो घटा। प्यास भू की मिटे धार जल तो मिले।। चंदनी-सी हवा जब बढ़ाए तपन। डाल पर […]

सर का ताज भी वही है

-डॉ.शबाना अंसारी, भीमताल घर का मुखिया भी वही है घर का राजा भी वही है जिसको हम वालिद कहते हैं सर का ताज भी वही है|| हमको दुनिया में लाने वाला भी वही है बेहतर जिंदगी देने वाला भी वही जिसको हम वालिद कहते हैं सर का ताज भी वही है|| बाप की बेलोस मोहब्बतों […]

चलो मिलकर ढूंढे फिर से वही गणतंत्र

हेमलता मलारा मीठे सुरों से फूके सभी अपनत्व के मंत्र चलो मिलकर ढूंढे फिर से वही गणतंत्र जहां हर राह में सद्भाव समाया हो मनुष्य से कोसों दूर हर मोह माया हो सत्य की मशाल से हर रास्ता जगमगाया हो मानवता का संदेश हर एक मन में समाया हो जहां हर शख्स विचार रखने हेतु […]

स्त्री

हमेशा मुस्कुराऊं , कोई खिलौना तो नहीं। हमेशा प्यार से बोलूं , कोई कॉलर टोन तो नही। कभी जिद न करूं, बचपना अभी मरा तो नहीं। हमेशा वक्त की पाबंद रहूं, घड़ी का अलार्म तो नहीं। कोई कमी न हो , मैं कोई खुदा तो नहीं। तुमसे आकर शिकायतें करूं, मैं तुमसे जुदा तो नहीं। […]

मैं और मेरी तन्हाई

Anjali hldwani मैं और मेरी तन्हाई मैं और मेरी तन्हाई दूर तक, निकल जाया करते थे। और कहीं पेड़ के नीचे, बैठ के बाते किया करते थे। मैं तन्हाई से बोला करती थी, ये दुनिया बड़ी मतलबी हैं। बिना मतलब के दोस्त, रिश्तेदार कोई बात नहीं, करते या याद नहीं करते। और मेरी तन्हाई बोलती […]

आया होली का त्योहार

-डॉ अतुल राजपाल, हल्द्वानी आया होली का त्योहार। सबके घर आये खुशियां अपरम्पार। होली का त्योहार हम सबको मिलाता है। वैर ,वैमनस्य,घृणा,द्वेष इनको भगाता है। प्रेम और सौहार्द का संदेश फैलाता है। बिछड़े और रूठो को आपस में मिलाता है। आइये त्योहारों का महत्व नई पीढ़ी को समझाए। अपने संस्कार, परम्परा को मिलकर निभाये। अच्छे […]

सर्दी का मौसम

-अंजलि, हल्द्वानी सर्दी का मौसम उनके लिए सुहाना है। जिनके पास रहने को, आशियाना है। उनसे पूछो जिनका, कोई ना ठिकाना है। अगेठी भी सुलभ नहीं, उन्हें सड़क किनारे बस, यूहीं ही सो जाना है। घरों से निकलो बहार, उन्हें भी कम्बल, उपलब्ध करना है। सर्दी का मौसम, उनके लिए सुहाना है। जिनके पास रहने […]

उत्तरायणी का त्यौहार

Anjali haldwani Nainital, Uttarakhand आया उत्तरायणी त्यौहार निराला हर घर में बनाई घुघूते कि माला गुड़,तिल, आटे,सूजी से मम्मी ने बनाये पकवान। सबके चेहरो पर आ गई मुस्कान आया उत्तरायणी का त्यौहार। पापा लाए संतरे तीन-चार। कौवा का रंग काला। मम्मी ने बनाई घुघूते कि माला। पहले कौवे को खिलाएगे, फिर हम सब भी खाएगे, […]