Category: नन्ही कलम

मेरी हर मुश्किल का हल हो आप ‘ पापा’

मेरी हर मुश्किल का हल हो आप ‘ पापा’ , मेरी हर खुशी का राज हो आप , आपका प्यार है कुछ अनोखा सा, आप ही मेरा पहला प्यार हो ‘पापा’, मेरी हर इच्छा पूरी करना, चाहे फिर दिन – रात पढ़ा हो काम करना , मुझे मेरी गलतियों पे डाटना, फिर रूठने पर तुम्हारा […]

बस आप में ही तो रमी हुई हूँ मैं

आपकी परछाइयों से ही तो घिरी हुई हूं मैं , बस आप में ही तो रमी हुई हूँ मैं । आपका होना ना होना‌ एक बराबर होता है , क्योंकि साया आपका हमेशा मेरे साथ ही तो होता है । कुछ अच्छा हो‌ या बुरा हो , नाम जुबां पे ‌ही नहीं , ज़मीर में […]

मेरे पापा

नन्हें क़दमों से जब घर में रखा था मैने कदम पापा की आंखे भी तब हो गई थी नम उठा कर गोदी में उन्होंने बेहद प्यार जताया था बेटी से बेटे तक का दर्जा उन्होंने मुझे दिलाया था। काटो भरी राहों में फूलों को सजाया था, पिता ने मेहनत कर मुझे आगे पढ़ाया था। गुस्से […]

पिता एक बच्चे की जान होता है

पिता एक बच्चे की जान होता है, उसकी कामयाबियों का हकदार होता है। चाहे कितनी भी हैसियत हो उसकी, बच्चे के मुंह से निकली, हर बात कबूल करता है, चाहे पैसे न हो जेब में, फिर भी चांद-सितारे तोड़ने की हैसियत रखता है। पिता आशा है उम्मीद है रक्षा है, हमारे आने वाले कल की […]

बचपन से आंखों में जिनकी सूरत हैं छाई

बचपन से आंखों में जिनकी सूरत हैं छाई, हाथ पकड़ जिनकी मैं चल पाई, गोद में मैं जिनकी पहली बार खिलखिलाई वो मेरे पापा हैं, मेरी परछाईं। मुसीबतों की बाढ़ जब मुझमें आईं, मजबूत हौसले और बात उनकी याद आई। बाजार की सजावटें जब मेरे मन को भाई, चाहे जेब खाली हो फिर भी उन्होंने […]

वो होते हैं पापा

हमारी खुशियों के लिए जो अपनी इच्छाओं को मार दे वो होते हैं पापा। फरमाइशों को हमारी अपनी ही ख्वाहिश समझकर जो मुकम्मल करार दे वो होते हैं पापा। हर विपरीत परिस्थितियों से लड़कर हमारी जिंदगी को जो आसान बना दे वो होते हैं पापा दुनिया खुशहाल है आज मेरी तो मेरे पापा से है। […]

वे साधारण से व्यक्ति

परिवार के सेतु, मेरे रक्षा-स्तंभ, वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। मेरी मां के परम मित्र, परिवार के वीर योद्धा, वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। प्रतिद्वंद्वी भंवर से निकलकर, उंचा परचम फैलाए जो, वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। स्थिर गहन-गंभीर कुआं, जिसका जल सबसे मीठा , वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। तूफानों […]

पिता नन्हे से परिंदे का बड़ा आसमान है

पिता रोटी है, कपड़ा है, मकान है, पिता नन्हे से परिंदे का बड़ा आसमान है। पिता है तो घर में प्रतिपल राग है, पिता से मां की चूड़ी, बिंदी और सुहाग है। पिता है तो बच्चों के सारे सपने हैं, पिता हैं तो बाजार के सब खिलौने अपने हैं। है भगवान का रूप वो जो […]

पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है

पिता ही जीवन है, संबल है, शक्ति है। पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है। पिता उंगली पकड़े बच्चे का सहारा है। पिता कभी खट्टा, मीठा व खारा है। पिता पालन है पोषण है, परिवार का अनुशासन है। पिता धौंस से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है। पिता छोटे से परिंदे का एक बड़ा आसमान […]

कभी ना आई, कोई भी कठिनाई

मेंरे पापा मेरे परछाई, आपने जब भी मेरी सहायता की हमेशा सफलता ही पाई। मेरे पापा मेरे परछाई, आपके साथ होने से कभी ना आई, कोई भी कठिनाई। मेरे पापा मेरे परछाई, ना जाने कितनी बार आपसे डांट खाई, लेकिन बादमें सबसे पहले गले भी आपने ही लगाई। मेरे पापा मेरे परछाई, दौड़ते वक्त गिरने […]