बंदर मामा पहने सूट, पैर में उनके बढ़िया बूट। जेब का आला गले में डाला, बैग दवाई का ले डाला, साइन बोर्ड अपना लगवाया, डाॅक्टर बंदर सिंह लिखवाया। -दिवांसी टम्टा, कक्षा-द्वितीय हरमन माइनर स्कूल, भीमताल
बंदर मामा पहने सूट, पैर में उनके बढ़िया बूट। जेब का आला गले में डाला, बैग दवाई का ले डाला, साइन बोर्ड अपना लगवाया, डाॅक्टर बंदर सिंह लिखवाया। -दिवांसी टम्टा, कक्षा-द्वितीय हरमन माइनर स्कूल, भीमताल
कितना अच्छा व कितना प्यारा है ये नारा, हिंदी हैं हम, वतन है हिंदुस्तान हमारा, हिंदी में बात करें तो मूर्ख समझे जाते हैं, अंग्रेजी में बात करें तो जैंटलमैन हो जाते हैं। अंगे्रजी का हम पर असर हो गया है, हिंदी का सफर मुश्किल हो गया है। देशी घी आजकल बटर हो गया है, […]
जन-जन की भाषा है हिंदी, भारत की आशा है हिंदी, जिसने पूरे देश को जोड़े रखा है, वो मजबूत धागा है हिंदी। हिंदुस्तान का गौरव है हिंदी, एकता की अनुपम मिशाल है हिंदी, जिसके गर्भ से रोज नई कोपलें फूलती हैं, ऐसी कामधेनू है हिंदी। -हितेशी बोरा, कक्षा द्वितीय हरमन माइनर स्कूल, भीमताल
रंग-बिरंगे प्यारे फूल लगते कितने प्यारे फूल लाल, पीले, गुलाबी, नीले सबके मन को भाते फूल बच्चों को भी भाते फूल भौरों को भी भाते फूल रंग-बिरंगे प्यारे फूल लगते कितने प्यारे फूल खुशबू हैं बिखरते फूल बाग में लहराते फूल रंग-बिरंगे प्यारे फूल। दृष्टि, कक्षा द्वितीय हरमन माइनर स्कूल, भीमताल
बैठ फूल पर सुंदर तितली हंसकर मुझसे यू बोली फूल न तोड़ो, मुझे न छेड़ो छेड़ोगे तो उड़ जाउंगी पास कभी न आउंगी। चंद्रेश, कक्षा-द्वितीय हरमन माइनर स्कूल, भीमताल