Category: नन्ही कलम

पुराने कपड़ों में काम चलाते पापा

मेरे अच्छे कामों में मेरे, कंधे-से-कंधा मिलाना, और धूप में भी छाया देना। पापा के अलावा और किसी से भी न होना। अपना हमेशा पुराने कपड़ों में काम चलाते पर मुझे हमेशा नए ला देते। अपना बीमार होते तो डाॅक्टर के पास जल्दी न जाते, मुझे हल्की खांसी होने पर डाॅक्टर के पास ले जाते। […]

मेरे दिल में रहते पापा

मेरे दिल में रहते पापा मेरी छोटी सी खुशी के लिए सब कुछ सह जाते हैं पापा पूरी करते हैं मेरी इच्छा उनके जैसा नहीं कोई अच्छा मम्मी मेरी जब भी डांटे मुझे दुलारते मेरे पापा। -रिद्विमा निगल्टिया, ग्रीनवूड्स ग्लोबल स्कूल हल्द्वानी

पिता के उपकार बड़े

पिता, ये शब्द बहुत है छोटा पर उपकार है इनके बड़े लड़का हो या लड़की, सभी के ये प्रिय हैं होते सभी जरूरतों को करते हैं पूरा कभी न छोड़ते साथ अधूरा पिता है तो सारे खिलौने अपने हैं पिता न हो तो ये सब सपने हैं। जिससे घर है चलता वो राशन है मेरे […]

सबसे प्यारे हो तुम पापा

पापा पापा ओ मेरे पापा, सबसे प्यारे हो तुम पापा। छोटी थी, जब मैं दुनिया में आई, पापा पापा ओ मेरे पापा, गोद में लिया था तुमने पापा। तब से बन गई थी, मैं पापा की नन्ही परी। -द्वियांशी बिष्ट, मास्टर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी

खुशी का मेला है पिता

कभी हंसी और खुशी का मेला है पिता, कभी कितना अकेला और तन्हा है पिता। मां तो कह देती है अपने दिल की बात, कभी रोता तो कभी सोता नहीं है पिता। कभी-कभी सोचती हूं कितने बदल गए हैं इंसान, पिता की दवाइयां इन्हें लगने लगी हैं बोझ। और पत्थरों में करने लगे हैं भगवान […]

मुश्किलों का डटकर सामना करना सिखाते पिता

मां की ममता जीवन भर परछाई की तरह साथ देती है, परंतु पिता की डांट उनसे दूर जाने पर भी साथ देती है। यों तो पिता हर मुश्किल में, हमारे साथ रहते हैं। परंतु मुश्किलों का डटकर सामना कैसे हो ये भी वही सिखाते हैं। हमारी तरक्की पर कोई खुश हो न हो पर पिता […]

पूरे परिवार की पतवार पापा

मेरे पापा हैं सबसे प्यारे, और हम सबके दिल के तारे। कभी-कभी वह क्रोध भी करते, लेकिन मुझे सबसे ज्यादा स्नेह भी करते। जब भी जरूरत पड़ती कभी न पीछे हटते, पूरे परिवार की पतवार को है बांधे रखते। तनिक-तनिक मुझको है सताते, पर मेरे साथ ही अधिक समय हैं बिताते। हम सबको इतनी प्यार […]

मेरा सम्मान है पिता

मेरा साहस, मेरी इज्जत, मेरा सम्मान है पिता। मेरी ताकत, मेरी पूंजी, मेरा अहसास है पिता। घर के एक-एक ईंट में शामिल उनका खून पसीना। सारे घर की रौनक सारे घर की शान है पिता। मेरी इज्जत, मेरी शान, मेरा रूतबा, मेरा मान है पिता। सारे रिश्ते उनके दम से, सारे नाते उनसे हैं। सारे […]

मेरे पापा

मेरे प्यारे प्यारे पापा मेरे दिल में रहते पापा मेरी छोटी सी खुशी के लिए सब कुछ सह जाते पापा पूरी करते हर मेरी इच्छा मेरी पहचान हंै मेरे पापा मेरी हर खुशी हैं मेरे पापा -तानिया कन्याल, हल्द्वानी

खुदा भी है, खुदा से डर

मनुष्य है, ईमान कर खुदा भी है, खुदा से डर सच्चाई की तू राह पर, सदैव चल, सदैव चल आंधी से भी तेज चल, पहाड़ों को भी चीर कर। कर्म कर, तू कर्म कर मनुष्य है ईमान कर………। डर न, थम न, रूक न तू, झूठ के आगे झुक न तू पथ पर आने वाली […]