Category: कविता

मां जीवनदाता है, पिता संघर्षकर्ता है

मां जीवनदाता है, पिता संघर्षकर्ता है, मां दुनिया में लाई, पिता ने दुनिया दिखाई। उनके आदर्श है, उनके संस्कार है, बिन पिता के तो जीवन ये बेकार है। संघर्ष करके पसीना बहाया, प्यार से एक निवाला बच्चों को खिलाया। शिखर तक पहुंचने में, सफलता पिता ने दिलाई, अपने सपनों को भूलकर, दुनिया हमारी रंगीन बनाई। […]

अदृश्य स्नेह

न अश्रु बन छलकता है, ना मुख पे कभी झलकता है। पर सागर से भी गहरा सदा, अदृश्य स्नेह पिता का होता है। बिन सोचे बिन कहे मिले, उनसे सुख वैभव सभी, फिर जगकर दिन और रातों को भी, ताउम्र चैन से कभी ना सोते। थामकर उंगली जब से, अंगना में चलना सिखलाए, फिर दुनिया […]

संग तुम्हारे मैं गिरता संभलता रहा

छाँव में ही तुम्हारी, मैं पलता रहा थामे अँगुली तुम्हारी,मैं चलता रहा कैसी हो मुश्किलें मैं तो बढ़ता रहा संग तुम्हारे मैं गिरता संभलता रहा मेरे खुशियों की तुम ही वज़ह हो, जहान हो, जहान हो,जहान हो मेरे पापा तुम मेरी जहान हो; जब भी तन्हा था मैं, तुम मेरे साथ थे मेरे माथे पे […]

पापा की लाड़ली

वह सुनहरी यादें मेरे पापा की , रह गयी है अब मात्र बनकर परछाई। ढूंढती हैं मेरी निगाहें हर दम उन्हें, पर आँखों में ही रह गयी अधूरी चाहत मेरी और कहीं ढूंढ न पायी। सन १९९४ में जब छोड़ गए वो संसार, समस्त परिवार पर दुखों की लहर थी छायी । दूर बैठी थी […]

पापा मेरी परछाई

तपती धूप ना देखी जिसने देखी ना बारिश की बौछार, ले उठा कंधे पर उसने जिम्मेदारी परिवार का भार। हो ना सके उन जैसा कोई कर दिए अपनी इच्छाएं कुर्बान, बोले बिना समझे जो कोई पापा हैं ऐसे इन्सान। है अगर जन्मदाता माता बनाती तन मन से घर संसार, पहचान दिलाते वह हैं पापा अदभुत […]

मेरी तकदीर में गम नहीं

मेरी तकदीर में गम नहीं होता अगर मेरी तकदीर लिखने का हक मेरे पापा का होता कंधो पर झुलाया कंधों पर घुमाया एक पापा की बदौलत ही मेरा जीवन खूबसूरत बन पाया कहते हैं जब मां छोड़कर जाती है तब दुनिया में कोई दुआ देने वाला नहीं होता है और जब पिता छोड़कर जाते हैं […]

ताप न जिसको झुलसा पाया

ताप न जिसको झुलसा पाया, शीत न जिसको ठिठुरा पाई। विषम परिस्थितियों में पल कर जिसने अपनी राह बनाई मेरे पिता मेरी परछांई। बड़े-बड़े झंझावत जिसके बढ़ते कदम रोक नहीं पाए, अपने ही तप श्रम के बल पर ज्ञान साधना-सिद्धी पाई मेरे पिता मेरी परछांई। समता भाव था उनके अंदर, भेदभाव को नहीं अपनाए। मदद […]

जीना सिखाया जिसने वो अंदाज पिताजी

जीना सिखाया जिसने वो अंदाज पिताजी, मेरी खुशी का सबसे बड़ा राज पिताजी। चलना सिखाया जिसने संस्कार भी दिए, ऐसे ही खुश मिजाज है वह मेरे पिताजी ।। बचपन से यूं खेले थे जवानी में पिताजी, हंसते हंसाते रहते कहानी से पिताजी, जब भी जाते मेले में लाते थे खिलौने, बचपन की वो यादें ही […]

पिता ने जिंदगी है बनाई

जन्म दिया मां ने तो पिता ने जिंदगी है बनाई, आंचल में मां ने छुपाया तो पिता ने राह है दिखाई, कड़ी धूप, बारिश, कठिनाई फिर भी हमारे लिए रोटी है कमाई, मेरे देवता, मेरे मित्र, मेरे पिता, मेरी परछाई… दुखों के समंदर में मेरा किनारा पिता है, मेरी टूटती मझदार का इकलौता सहारा पिता […]

पापा (बाबू) सा कोई और कहां

🌹🌹🙏🙏 ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, 🙏🙏🌹🌹,,,,क्या लिखूं में पापा ( बाबू )के लिए जिन्होंने अपने सर का पसीना पांव तक पहुँचाया कि मेरे बच्चे पल बडें हों,,,,, 🙏🙏🌹🌹🍀🍀🌸🌸 क्या पूजू उस भगवान को मैं जो पत्थर की मूरत बन बैठा,,,,, पूजू उस इंसान को में जो मुझको इंसान बना कर हैं बैठा,,, 🌸🌸🍀🍀🙏 क्या नमन् करू तेरे रूप […]