बसंतोत्सव के उपलक्ष्य में हेल्थ केयर सेंटर में काव्य गोष्ठी का आयोजन
हल्द्वानी। हरफनमौला साहित्यिक संस्था की ओर से बसंतोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार को कालाढूंगी रोड स्थित डॉ. अंकिता हेल्थ केयर सेंटर में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें कवियों ने जहां कविताओं के माध्यम से मां सरस्वती की आराधना की वहीं प्रेम की रसधार बहाई।
मुख्य अतिथि हेल्थ केयर सेंटर की डायरेक्टर एवं सीनियर फिजियोथैरिपिस्ट डॉ. अंकिता चांदना, सुरेखा चांदना, हर्षिल कुमार ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। युवा कवि करन आर्या अज्ञात ने सुनाया-अब आसान है ये कहना कि वो शख्स मर गया होगा, वरना कौन समझाए इन्हें कि वो कहां गया होगा। हर्षित जोशी ने कहा-न जाने कितने दशकों से साथ थे हम, जन्मों जन्म के साथी थे हम। कमल सिंह ने कहा-कौन समझता है दर्द एक दीवाने का, लोगों ने कह दिया ये तो सरफिरा है। सावित्री नेगी ने कहा-ये जिंदगी भी कैसी होती है, कभी थोड़ी अच्छी तो कभी बुरी लगती है।
डॉ. गुंजन जोशी ने कहा-हे सरस्वती मां, वीणा पाणी शारदे, अद्भुत वीणा से तन-मन को झंकार दे। डॉ. अंकिता चांदना ने सुनाया-जीवन की व्यस्तता में कैसे, खोए-खोए हम, कब दिन बीता कब रात, और जागे-जागे सोए-सोए हम। पूरन भट्ट ने कहा-कोरोना का टैम रहा, हमसे बीबी ने कहा, पकौड़ा खाने का मन, बेसन ले आइए जी, राह मिला कोतवाल, बोला सुनो हरपाल, बेसन है रखा नहीं, सूजी ले जाइए जी। लक्षिता जोशी ने कहा-देखो बसंत ऋतु है आई। कार्यक्रम का संचालन हास्य कवि गौरव त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के दौरान अस्पताल का स्टॉफ मौजूद रहा।
February 18, 2024
हार्दिक शुभकामनाएँ