-ललिता मिश्रा, एक्सपोंसियल हाईस्कूल, पुराना बिंदुखत्ता लालकुआं
लड़कियां खिलखिलाती हैं तेज धूप में,
लड़कियां खिलखिलाती हैं तेज बारिश में
लड़कियां हंसती हैं हर मौसम में,
लड़कियां पिता के बाद संभालती हैं
पिता के पिता से मिली दुकान,
लड़कियां वारिस हैं पिता की
लड़कियों ने समेट लिया
मां को पिता के बाद
लड़कियां होती हैं मां
धूप में, बारिश में,
हर मौसम में खिलखिलाती हैं लड़कियां।