February 25, 2018 1Comment

फागोत्सव

सुहानी धूप आयी है

सहेजे खुशियां लायी है

हंसी रंगीन गुलाबी मौसम में,

सखि ! यह फाग आया है

महकती सुन्दर वादी हैं

ह्रदय में हलचल जारी है

कहीं सुन्दर सलोने रूप में,

कोई दिल को चुराता है

सुहानी धूप आयी है

सहेजे खुशियां लायी है

तन में छा रही मादकता है

यह संकेत होली का है

मन में सैकड़ों सुन्दर ये

तराने सरगम जारी हैं

सुहानी धूप आयी है

सहेजे खुशियां लायी है

कहीं चंचल चितवन है

ह्रदय में डेरा डाली हैं

कहीं मन-भावनी सुधियां हैं

दिल में तस्वीर छाई है

सुहानी धूप आयी है

सहेजे खुशियां लायी है

कहीं मोहक अठखेलियां हैं

प्रेम रस बीज पनपा है

कहीं प्यार के बंधन में

पावन गंगा बहती है I

कहीं लजाती धानी साड़ी में

वह सुन्दर गोरी है

कहीं शुभ्र हिमालय रूप में

वह गंभीर दिलवर है

सुहानी धूप आयी है

सहेजे खुशियां लायी है

कहीं बच्चे बूढ़े और जवां

बस फूले समाये हैं

कहीं आगाह मिलन का है

कहीं समरसता का जादू है

हर दिल हर ह्रदय में ये

आज खुशियां बरसती हैं

सुहानी धूप आयी है

सहेजे खुशियां लायी है I

-पुष्पलता पुष्पांजलि

Social Share

gtripathi

1 comments

  1. वाह सुन्दर प्रयास।
    बधाई पूरी टीम को।

    Reply

Write a Reply or Comment