June 04, 2020 0Comment

वो सूरत बिन भावो की

वो सूरत बिन भावो की
वो मूरत थोड़ी सख्त है
मै छोटी सी देवी हू उनके घर की
वो इस देवी के भक्त है
बचपन से लेकर अभी तक
अपनी ये उंगली आपने मुझे थमाई है
पर बड़ी हो गई हू ना तो हर वक्त भूल जाती हू
कि जब जब आपका साथ है छूठा तब तब आपकी ये बेटी लड़खड़ाई है
जब टूट सी गई थी तब होसला गिर गया था मेरे होसले को आपने ही तो बडाया है
आज कह रही हू जो आज तक कह नही पायी आपसे
आप ही मेरी जिंदगी हो ओर इसे जीना आपही ने सिखाया है

-ममता परगाई

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