वर्षा रानी, वर्षा रानी
सब ऋतुओं में हो तुम सुहानी।
वर्षा का जब मौसम आया,
चारों ओर हरियाली लाया।
आसमान में सात रंगों का,
इंद्रधनुष है बन आया।
इंद्रधनुष के सप्त रंगों ने,
बच्चों के मन को भाया।
पशु-पक्षी, मानव धरती,
सब ने ही आनंद उठाया।
काले-काले मेध बरसते,
धरती का रंग होता धानी।
भर जाते सब ताल-तलैया,
होता चारों ओर पानी ही पानी।
वर्षा रानी, वर्षा रानी
सब ऋतुओं में हो तुम सुहानी।
-प्रेमलता बेलवाल, लिटिल फ्लावर स्कूल हल्द्वानी