नित नित मैं तेरा ध्यान करूँ,
हे माँ तेरा गुणगान करूँ,
ज्ञानप्रदायनी, वीणावादनी,
माँ तेरी जयकार करूँ,….
तेरे आंचल में जो आता,
जीवन धन्य धन्य हो जाता,
ज्ञान प्रफुल्लित चहुँ दिशा में,
दीपक बनकर सदा फैलाता,
माँ कर दे राह मेरी आलोकित,
नमन मैं बारम्बार करूँ,
ज्ञानप्रदायनि वीणावादनी,
माँ तेरी जयकार करूँ………
नित नित मैं तेरा ध्यान करूँ,
हे माँ तेरा गुणगान करूँ,
हंस सवारी मां कहलाती,
वाणी में भी है बसती,
सदमार्ग मिले हे मातेश्वरी,
जब जब वीणा है बजती,
वीणा की झंकार बजा दे,
ज्ञान का तरकश हे मां भर दे,
रज तेरे चरणों की बनूँ,
विनती मैं बारम्बार करूँ,
ज्ञानप्रदायनी वीणावादनी,
माँ तेरी जयकार करूँ,
नित नित मैं तेरा ध्यान करूँ,
हे मां तेरा गुणगान करूँ,…
….भुवन बिष्ट
रानीखेत (उत्तराखण्ड)
August 30, 2017
0Comment