पिता के बिना हमारा जीवन अंधकार है,
जिस पर है पिता का साया,
उसके आगे कुछ नहीं है माया।
आममान से भी उंचा है उनका मन,
प्रतिकूल परिस्थितियां होने पर भी,
रखते हैं वह प्रसन्न।
पिता की छांव है तो हरा-भरा परिवार है
पिता का साथ है तो हर मुकाम पाना आसान है।
पिता है तो मेरे अधरों में मुस्कान है,
बिन उनके सूना ये संसार है,
पिता ही ईश्वर है, पिता ही जीवन है,
पिता ही मेरे लिए सबसे महान है।
मेरे पिता मेरा मान, मेरा सम्मान!!!!
-भूमिका जोशी, श्री साई पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी