दुनिया ने दिए जिन्हें ढेरों नाम हैं,
होते उनके अनेकों काम हैं।
दिल में दर्द मगर चेहरे पर मुस्कान है,
मेरे पापा मेरी पहचान हैं।
मेरी दुनिया मेरा जहान हैं,
मेरी जमीन मेरा आसमान हैं।
हां वो अपना दुख किसी को बयां नहीं करते,
इसीलिए तो मेरे पापा मेरा सम्मान हैं।
कभी मेरा बाजार तो कभी मेरी दुकान है,
कभी मेरी खुशियां तो कभी मेरी शान है।
अपने ख्वाबों को अपने दिल में दफनाकर रखने वाले,
मेरे पापा मेरी सपनों की उड़ान हैं।
गलती पर समझाने वाले,
जिन्होंने दिया जीवनदान हैं
मेरे पापा मेरा स्वाभिमान हैं।
मेरी हर ख्वाहिश पूरी करने वाले,
मेरे पापा मेरे लिए वरदान हैं।
मेरा घमंड मेरा अभिमान है,
मेरे पापा सबसे महान हैं।
कंधो पर बैठाकर जिन्होंने दुनिया दिखाई,
उनके लिए ये जान भी कुर्बान है।
भगवान से एक दुआ मांगना चाहती हूं कि
मेरे सिर पर हमेशा मेरे पापा का हाथ हो,
हर पल मेरे पापा, मेरे साथ हो।
उनको संसार का सारा सुख दे सकूं,
बस मुझे इतना आशीर्वाद दो।
-तनिषा नगरकोटी, श्री साईं सीनियर सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी
June 7, 2020
I really appreciate the efforts of this girl. Very nice poem .
June 7, 2020
Heart touching poem dear
June 7, 2020
Nice poem… wonderfully describe father and daughter relationship from a daughter’s view.
June 8, 2020
Nice keep it up didi