मेरी हर मुश्किल का हल हो आप ‘ पापा’ ,
मेरी हर खुशी का राज हो आप ,
आपका प्यार है कुछ अनोखा सा,
आप ही मेरा पहला प्यार हो ‘पापा’,
मेरी हर इच्छा पूरी करना,
चाहे फिर दिन – रात पढ़ा हो काम करना ,
मुझे मेरी गलतियों पे डाटना,
फिर रूठने पर तुम्हारा वो प्यार से मनाना,
मुझे सिखाना कि कैसे लड़ू इस दूनिया के अत्याचारों से,
मेरी परछाई बन कर हर समय साथ देना,
आप ही मेरा सम्मान और यश हो ‘पापा ‘,
मेरी हर ज़िद को पूरा करते हो आप,
खुद फटा पहनकर, रुखा सूखा खाकर,
पेट हमारा भरा है ‘पापा’,
आप मेरे हीरो हो ‘पापा’।
-हरसीता, श्री साॅई सीनियर सेकेंडरी स्कूल ।