मेरी खुशियां, मेरा दुख
मेरे आसूं, मेरा सुख
मेरी जीत, मेरी हार
मेरा पूरा संसार
मेरे लिए पापा तो है
भगवान का दिया हुआ चमत्कार
अपनी सारी खुशियां मुझ पर लुटा दी आपने
और हमेशा सहते रहे दुखों और परेशानियों के वार।
क्या दूं आपको पापा
आपसे ही तो सब कुछ है लिया
जरा आंसू जो निकले मेरी आंख से
आपने मुझे फिर से हंसा दिया
खुशियों की बौछार से
हार जाती हूं जो मैं कभी
आप मुझे फिर में एक नया
आत्मविश्वास दिलाते हो
एक नई जीत के लिए
मुझे रास्ता दिखाते हो
चाहे कोई साथ दे या न दे मेरा
आप बिना कुछ सोचे सबसे पहले
मेरे साथ आते हो
-कोमल गैड़ा, केवीएम पब्लिक स्कूल हल्द्वानी