त्योहारों का मेरा देश है,
उनमे से इक होली है।
तश्तरियों में भरा गुलाल,
नीला पीला हरा लाल,
साथ में देवर भाभी जी की प्यारी हंसी ठिठोली है।
त्योहारों का मेरा देश है,
उनमे से इक होली है ।
खूब मनाते गीत हैं गाते,
मिलते जुलते आते जाते,
जल का रंग भी बदला बदला,
इक दूजे को रंग लगाते,
गली मोहल्ले शहर गाँव में,
सबकी अपनी टोली है।
और त्योहारों का मेरा देश है,
उनमें से इक होली है।
गुजिया पापड़ और पकोड़े खाते और खिलाते हैं,
हैप्पी होली विश करने को ,
हम सब फोन लगाते हैं ,
पर ना भूलो इक पल ये भी कंही चल रही गोली हैं।
त्योहारों का मेरा देश है,
उनमे से इक होली है।
-राकेश उनियाल, हल्द्वानी
February 8, 2018
त्योहारो का मेरा देश बहुत सुंदर दादा
February 10, 2018
Ati sunder Uniyal gg….
February 10, 2018
Appne is Kavita bahut behteen dhang se holi ka varnan kiya hai……thnx….
February 12, 2018
प्रशंशा के लिए आप सभी का बहुत बहुत आभार व धन्यवाद